यह टॉपिक दि•वि • के B.A. पाठयक्रम का हिस्सा है। कौशल वर्धन पाठ्यक्रम (Skill enhancement paper) विद्यार्थी को अपने विषय का व्यवहारिक जीवन में प्रयोग कर जीवन को बेहतर तरीके से जीने के लिए तैयार करता है । दर्शन शास्त्र विषय में निर्देशित पाठ्यक्रम “आलोचनात्मक विचार और निर्णयात्मकता “(critical thinking and decision making) विद्यार्थी की तर्क शक्ति प्रयोग करने की समझ को बढ़ाकर और संवेदनाओं व अन्य सूझबूझ को प्रभावित करने वाले कारकों से रहित हो निर्णय लेने की क्षमता को विकसित करता है। यह टॉपिक श्रोता को अपनी बात से सहमत कराने के लिये वक्ता द्वारा अपनाये जानेवाले तीन प्रोत्साहन के तरीकों की बात करता है।