आपने ऐसे वाक्य कई बार सुने होंगे-#”मेरे कहने का अर्थ ये नहीं था।”#”आपने मेरी बातों को अन्य अर्थ में लिया।”#”मेरी बात को तरोड़- मरोड़ कर पेश किया।”#”उसने अपनी बात कहने में ऐसे शब्दों का प्रयोग किया, जिससे सुनने वाला अपने अनुसार अर्थ निकाल सकता है।”#”एक ही शब्द के कई मायने हो सकते है,ये तो इसContinue reading “टॉपिक- परिभाषा (Definitions)B.A. (Hons) philosophy, 3rd semester, B.A.(prog.) 6th semester, SEC- Critical Thinking”
Tag Archives: आलोचनात्मक चिन्तन
Cognitive Biases ( संज्ञात्मक पूर्वाग्रह)
B.A.(H) Philosophy, 3rd semester, B.A(P) phil Discipline, 6th semester SEC- Critical Thinking, Delhi University Topic : Cognitive Biases ( संज्ञात्मक पूर्वाग्रह) स्थिति 1 अगर हमें या हमारे समूह के किसी व्यक्ति को सफ़लता मिलती है,तो हम इसे कठिन परिश्रम का परिणाम मानते हैं ।वहीं अगर किसी दूसरे व्यक्ति या अन्य समूह से सम्बंधित व्यक्ति कोContinue reading “Cognitive Biases ( संज्ञात्मक पूर्वाग्रह)”